जगह जगह बिखरी हैं लाशें, बारूद की गंध से सांस लेना मुश्किल, पटना लौटे बिहारी छात्रों ने बयां की दहशत की कहानी
यूक्रेन और रूस के बीच जंग जारी है। इस बीच वहां फंसे भारतीयों की वापसी का अभियान तेजी से चल रहा है। भारतीय दूतावास की मदद से यूक्रेन में रहने वाले लोगों को वापस लाया जा रहा है। इसके लिए विमान कंपनियां उड़ानें संचालित कर रहीं हैं।
रविवार की सुबह यूक्रेन में फंसे बिहारी छात्रों का दो दल अलग अलग विमान से पटना एयरपोर्ट पहुँचा। स्पाइस जेट की दिल्ली के विमान से सात छात्र जबकि मुंबई से एयर इंडिया की फ्लाइट से पांच बिहारी छात्र आये हैं। सभी छात्र भारतीय दूतावास की मदद से रोमानिया बॉर्डर पार कर पहले रोमानिया पहुँचे। चेरनवित्सी से रोमानिया की दूरी 40 किमी है।
पटना पहुंचे छात्रों ने बताया कि रास्ते में जगह जगह लाशें बिखरी थीं और रूसी सेना की कार्रवाई के बाद नजारा वीभत्स था। बम बारूद की गंध से हवा में सांस लेना मुश्किल था। छात्रों ने दहशत की अलग अलग कहानी बयां की है। घर वापसी पर केंद्र और बिहार सरकार के प्रति छात्रों ने आभार जताया। पटना में जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने यूक्रेन से लौटे बिहारी छात्रों से मुलाकात की और उनकी सहायता की।
यूक्रेन में फंसे बिहारियों की सहायता के लिए बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने हेल्पलाइन नंबर और ई-मेल जारी किया है। संबंधित व्यक्ति मोबाइल नंबर/टोल फ्री नंबर या ई-मेल के माध्यम से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर अधिकारी यूक्रेन में फंसे बिहार के लोगों की हर तरह की सहायता के लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क में हैं। उन्होंने कहा है कि यूक्रेन में वर्तमान संकट की स्थिति को देखते हुए, यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में फंसे बिहार के छात्रों और सभी निवासियों की सकुशल वापसी के लिए राज्य सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है।