हैदराबाद निजाम की 05 बीवियां – एयरहोस्टेस, मिस ब्यूटी से लेकर मॉडल तक
हैदराबाद के आठवें निजाम अपनी शादियों को लेकर लगातार चर्चित रहे हैं. उनकी पहली शादी उनके पिता और मां की मर्जी से तुर्की की एजरा से हुई. वैसे निजाम की मां और दादी दोनों तुर्की में ही पैदा हुईं थीं.
एजरा तुर्की के सभ्रांत परिवार से हैं. वह काफी पढी लिखी और सुंदर हैं. उनकी शादी 20 साल की उम्र में 23 साल के मुकर्रम से हुईं. जब वह हैदराबाद आईं तो उन्हें ना केवल पर्दे में रहना पड़ा बल्कि वहां के कड़े कायदे कानून भी मानने पड़े.
राजपरिवार में आने के बाद उन्हें प्रिंसेस की उपाधि मिली. वह ना केवल सुंदर थीं बल्कि खासी बुद्धिमान भी. आठवें निजाम से उन्हें एक बेटा और एक बेटी हुई. ये शादी करीब 15 साल चली. लेकिन तब टूट गई जब 70 के दशक में निजाम मुकर्रम ने हैदराबाद की जगह आस्ट्रेलिया में बसने का फैसला किया. वह आस्ट्रेलिया जाने को राजी नहीं थीं. लिहाजा निजाम ने उन्हें तलाक दे दिया. ये शादी 15 साल चली. 1974 में उनका तलाक हो गया.
समय का फेर देखिए. तलाक के बाद आठवें निजाम को अपनी पहली पत्नी को मुआवजे में एक खासी बड़ी रकम देनी पड़ी. दोनों के रिश्ते कटु हो गए. वह अपने बेटे और बेटी के साथ लंदन चली गईं. वहीं रहने लगीं. 20 सालों तक दोनों के बीच कोई खास बातचीत नहीं थी. 1996 में निजाम को फिर अपनी इस बीवी की शरण में इसलिए आना पड़ा, क्योंकि उन्हें लगता था कि हैदराबाद में निजाम की तमाम संपत्तियों को लेकर जितना विवाद और मुकदमेबाजी है, उसको उनकी ये इंटैलिजेंट पूर्व पत्नी ही संभाल सकती है. प्रिंसेस एजरा सहमत हो गईं.
उन्होंने वर्ष 2000 के बाद वकील शिवशंकर के साथ मिलकर गजब का काम किया. ना केवल बहुत कानूनी मसलों को हल किया बल्कि ढेर सारे वारिसों के मामले को भी सुलझाती गईं. हैदराबाद निजाम के दो महल चोमोहल्ला और फलकनुमा का पूरी तरह से रेनोवेशन कराया गया. फलकनुमा अब होटल ताज को लीज पर दे दिया गया है तो चोमोहल्ला निजाम के पास आ गया है. प्रिंसेस एजरा अब 86 साल की हैं. वह लगातार लंदन से हैदराबाद आकर निजाम की संपत्तियों की देखरेख करती हैं और साथ कानूनी मसलों को आगे बढ़ा रही हैं.
पहली पत्नी से तलाक लेने के बाद निजाम मुकर्रम ने एयरहोस्टेस और बीबीसी के लिए काम कर चुकीं हेलन सिमंस से शादी रचाई. हेलन पर उनका दिल आ गया था. छोटे अफेयर के बाद उन्होंने शादी के लिए हेलन का धर्म परिवर्तन कराया और वह आयशा बन गईं. हेलन ही उनकी वो पत्नी थीं जो आस्ट्रेलिया में उनके साथ रहीं. इस शादी से निजाम को दो बेटे हुए. जिसमें आजम जाह जिंदा हैं. लंदन में ही रहते हैं. जबकि इस शादी से हुए दूसरे छोटे बेटे ड्रग ओवरडोज से मौत हो गई. हेलन की मौत 1989 में एड्स जैसी किसी बीमारी से हो गई.
निजाम मुकर्रम का दिल अब एक तुर्की की सुंदरी पर आ आया, जो उनसे काफी छोटी उम्र की थी. इसका नाम था मनोलिया ओनूर. मनोलिया 1976 में मिस तुर्की बनीं. इसके बाद वह मिस यूुनिवर्स में भी गईं. उन्होंने कई साल मॉडलिंग भी की,. तुर्की में जब निजाम की इस सुंदरी से मुलाकात हुई तो वह उन दिनों दूसरी शादी में थे. लेकिन ऐसा लगता है कि उनके प्रेम संबंध मनोलिया से भी हो चुके थे. दूसरी पत्नी के निधन के दो तीन साल बाद 1992 मेंं उन्होंने मनोलिया से शादी की. इससे उन्हें एक बेटी नीलोफर हुई. लेकिन ये शादी 05 साल बाद ही तलाक में बदल गई. मनोलिया का निधन 2017 में हो गया.
तीसरी शादी में जब निजाम के रिश्ते खराब होने लगे थे. तभी वह मोरक्को की एक सुंदरी जेमिला बोउलोरास से पींगें बढ़ाने लगे थे. हालांकि जेमिला की उम्र उनसे आधी से कम थी. वह मोरक्को के एक नौसेना अधिकारी की बेटी थी. मोरक्को की ब्यूटी क्वीन बनने के बाद वह निजाम से मिली लेकिन उनकी मुलाकातें बढ़ने लगीं. तीसरी बीवी को तलाक देने से पहले ही 1994 में उन्होंने जेमिला से शादी रचा ली. जेमिला भी धर्म बदलकर जेमिला साहेबा बन गई. हालांकि ये शादी भी मुश्किल से एक साल ही चल पाई. हालांकि इस शादी से भी निजाम को एक बेटी 1994 में ही पैदा हुई, जिसका नाम जैरीन उन्नीसा बेगम है.
निजाम मुकर्रम 60 साल के हो चुके थे. हैदराबाद से वह आस्ट्रेलिया बसने गए लेकिन वहां से जब निकले तो कुछ साल स्विट्जरलैंड और इंग्लैंड में रहे. कुछ सालों से वह तुर्की में ही रहने लगे थे. 04 शादियों और तलाक के बाद वह एक बार फिर तन्हा थे. उन्हें फिर शादी की जरूरत महसूस हो रही थी. अबकी बार वह एक महिला से मिले जो खुद पहली शादी के बाद तलाकशुदा थी. वो थीं प्रिंसेस आर्चेदी. वह तुर्की की ही थीं. किसी बड़े परिवार से ताल्लुक रखती थीं. निजाम से नजदीकियां बढ़ने के बाद वह उनकी पांचवीं बेगम बन गईं. हालांकि ये शादी भी नहीं चल पाई. एक दो सालों में ही वो अलग हो गए. पिछले कुछ सालों से निजाम मुकर्रम तुर्की में अपने छोटे फ्लैट में अकेले ही रह रहे थे.