AAP से इस्तीफा देने वाले 7 विधायकों की राजनीतिक कुंडली, किसका बिगाड़ेंगे चुनावी खेल, कितना है इनका प्रभाव?
देश की राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव का खुमार सिर चढ़कर बोल रहा है. इस बार का चुनावी मुकाबला त्रिकोणीय है. सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी के साथ ही बीजेपी और कांग्रेस भी पूरा जोर लगा रही है.
बीजेपी और कांग्रेस लगातार अरविंद केजरीवाल और आप पर हमलावर है. राहुल गांधी ने एक चुनावी रैली में केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि वैगनआर से खंभे पर चढ़ने आते थे, लेकिन शीश महल की पार्किंग में पहुंच गए. इन सब चुनावी बयानबाजी के बीच अरविंद केजरीवाल की पार्टी को शुक्रवार 31 जनवरी 2025 को तगड़ा झटका लगा है. पार्टी के 7 मौजूदा विधायकों ने आप से इस्तीफा दे दिया है. दिलचस्प बात यह है कि इन सभी को इस बार के चुनाव में टिकट नहीं दिया गया था.
AAP से इस्तीफा देने वाले 7 विधायकों की राजनीतिक कुंडली -:
भावना गौड़ (पालम से विधायक): पालम से विधायक भावना गौड़ को आप ने इस बार टिकट नहीं दिया था. वह मधु विहार क्षेत्र से पार्षद भी रह चुकी हैं. शुरुआत में वह बीजेपी से जुड़ी थीं. उन्होंने साल 2013 में बीजेपी के धर्मदेव सोलंकी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गई थीं. साल 2015 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने सोलंकी को 30 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. भावना गौड़ ने साल 2020 में भी चुनाव जीता था. साल 2015 में वह पहली बार विधयक बनी थीं.
राजेश ऋषि (जनकपुरी से विधायक): राजेश ऋषि ने भी आप से इस्तीफा दे दिया है. उन्होकने साल 2013 में भी विधानसभा चुनाव लड़ा था. वह साल 2015 में जनकपुरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे. साल 2020 में भी उन्होंने जीत हासिल की थी. पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के आशीष सूद को तकरीबन 15 हजार वोटों से हराया था.
मदनलाल (कस्तूरबा नगर से विधायक): कस्तूरबा नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक मदनलाल ने भी आप की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. मदनलाल साकेत कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं. वह कस्तूरबा नगर विधानसभा से तीन बार विधायक चुने गए हैं. उन्होंने 2013, 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर लगातार तीन चुनाव जीते हैं.
रोहित महरौलिया (त्रिलोकपुरी से विधायक): रोहित कुमार महरौलिया दिल्ली के त्रिलोकपुरी विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के विधायक हैं. रोहित की संगीत में भी रुचि रही है. उन्होंने साल 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी किरण वैद्य को तकरीबन साढ़े 12 हजार वोटों से मात दी थी. अब उन्होंने भी आप से इस्तीफा देने का ऐलान किया है. उन्हें इस बार टिकट नहीं दिया गया था.
नरेश यादव (महरौली से विधायक): मालेरकोटला में करीब आठ साल पहले हुई कुरान शरीफ की बेअदबी मामले में महरौली से आप विधायक नरेश यादव को दोषी ठहराया गया था. अब उन्होंने भी आप से इस्तीफा दे दिया है. नरेश यादव महरौली निर्वाचन क्षेत्र से दो बार विधायक चुने गए हैं. साल 2015 के चुनाव में उन्होंने 51.06 फीसद वोट के साथ 16,591 वोट से जीत हासिल की थी. साल 2020 के चुनाव में 54.27 फीसद वोट हासिल किया और 18,161 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी.
पवन शर्मा (आदर्श नगर विधानसभा से विधायक): पवन शर्मा लगातार दो बार से आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए. साल 2015 और 2020 के चुनावों में जीत हासिल की थी. पवन ने साल 2025 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी राम किशन सिंघल को तकरीबन 21 हजार वोटों से हराया था. साल 2020 के चुनव में उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार राजकुमार भाटिया को 1589 वोटों के कम अंतर से हराया था.
भूपिंदर सिंह जून (बिजवासन से विधायक): भूपिंदर सिंह जून बिजवास विधानसभा सीट से आप विधायक हैं. उन्होंने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. साल 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के सत प्रकाश राण को 753 वोटों से हराया था.