99% लोग बनाते हैं गलत स्वास्तिक! पंडित जी से जानें इसे बनाने की सही विधि और होने वाले फायदे

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सनानत धर्म में स्वास्तिक का काफी महत्व है. कोई भी शुभ कार्य हो या धार्मिक अनुष्ठान, आप यहां स्वास्तिक को देख सकते हैं. नए घर में प्रवेश से पहले, नए वाहन को घर लाने से पहले, किसी भी नई वस्तु फ्रिज, वॉशिंग मशीन, मशीन आदि की शुरुआत से पहले स्वास्तिक बनाया जाता है.

दरअसल, स्वास्तिक को शुभता का प्रतीक माना गया है, इसलिए इस चिह्न को सिर्फ बनाया ही नहीं जाता, बल्कि इसकी पूजा भी की जाती है. ऐसा माना जाता है कि स्वास्तिक जिस भी दिशा में बना दिया जाए, वहां सकारात्मक ऊर्जा 108 गुना तक बढ़ जाती है. इसे बनाने का सही तरीका बहुत से लोगों को नहीं पता होता, स्वास्तिक बनाने की सही विधि और इससे होने वाले फायदे के बारे में बता रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.

सूर्य का प्रतीक है स्वास्तिक

ऋगवेद में स्वास्तिक को सूर्य का प्रतीक माना है और इसकी 4 भुजाओं को चार दिशाएं बताया गया है. लेकिन स्वास्तिक को सही तरीके से बनाना भी महत्वपर्ण है क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा के साथ नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी करता है. यदि इसे ठीक से ना बनाया जाए तो इसके नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं. आइए जानते हैं स्वास्तिक को बनाने का सही तरीका और इससे होने वाले लाभ के बारे में.

क्या है स्वास्तिक बनाने का सही तरीका?

स्वास्तिक बनाते समय सबसे जरूरी बात का ध्यान रखें ये कि कभी इसकी शुरुआत क्रॉस बना कर न करें. अधिकांश लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती, इसलिए वे सबसे पहले प्लस का निशान बनाते हैं और फिर इसके बाद चारों ओर से भुजाएं. लेकिन इस तर​ह बनाया हुआ स्वास्तिक शुभ नहीं होगा.

इसे बनाने के लिए आपको सबसे पहले स्वास्तिक का दायां भाग बनाना होगा और फिर बायां भाग. यह शुभ स्वास्तिक होगा, जो आपको शुभ फल देता है. इसके बाद इसकी चारों भुजाएं बनाएं.

स्वास्तिक से होने वाले लाभ

वास्तु दोष दूर होगा

वास्तु शास्त्र में स्वास्तिक का बड़ा महत्व है. यदि किसी के मुख्य द्वार में किसी भी प्रकार का दोष होता है तो स्वास्तिक इन दोषों को दूर करता है. स्वास्तिक से वास्तु दोष का प्रभाव कम हो जाता है और घर में सुख-समृद्धि आती है.

व्यापार में लाभ होगा

यदि आप व्यापारी हैं और लगातार हानि का सामना कर रहे हैं तो आप अपने व्यापार स्थल के ईशान कोण में स्वास्तिक बनाएं. ध्यान रहे स्वास्तिक 7 गुरुवार तक सूखी हल्दी से बनाना है. ऐसा करने से आपको व्यापार में धीरे-धीरे लाभ मिलने लगेगा.

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