इन देशों तक नहीं पहुंचा कोरोना वायरस, सामने आईं ये वजहें

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कोरोना वायरस ने बीते दो सालों में पूरी दुनिया में तबाही मचा रखी है। वहीं कुछ ऐसे खुश किस्मत देश भी हैं जो अपने यहां एक भी केस ना होने का दावा करते हैं।

इन देशों तक कोविड न पहुंचने की अलग-अलग वजहें सामने आई हैं। हालांकि इन देशों में कुछ फ्लू केसेज पर नजर रखी जा रही है। 2020 में कोरोना फैलने के बाद जीरो कोविड केसेज की लिस्ट में देशों के नाम घटते-बढ़ते रहे हैं। लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक, UN ने ऑफिशियल 193 देश पहचानें थे। इनमें से 4 देशों ने एक भी कोरोना केस की पुष्टि नहीं की है।

इन देशों ने किया जीरो केस का दावा

कोरोना कब खत्म होगा वैज्ञानिक अभी तक इस बात का जवाब नहीं दे पा रहे। यह फैला कैसे इसकी भी सटीक जानकारी नहीं है। इस वायरस ने 2 साल में पूरी दुनिया बदल दी। पर कुछ देश दावा कर रहे हैं कि उनके यहां कोरोना का एक भी केस नहीं मिला। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक ये चार देश हैं, तुर्कमेनिस्तान (Turkmenistan), तुवालु (Tuvalu), नाउरु (Nauru) और नॉर्थ कोरिया (North Korea)।

तुर्कमेनिस्तान

तुर्कमेनिस्तान में कोरोना न पहुंचने की वजह बताई जा रही है कि वायरस फैलने के एक महीने पहले से ही इस देश के ज्यादातर बॉर्डर्स बंद थे। साथ ही कई फ्लाइट्स भी कैंसिल थी। यह भी अफवाहें थीं कि इस देश में ‘कोरोना वायरस’ शब्द पर भी पाबंदी थी हालांकि यह खबरें गलत निकलीं।

नॉर्थ कोरिया

नॉर्थ कोरिया भी जीरो कोविड केसेज का दावा करता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह पहला देश था जिसने कोरोना के बाद अपने बॉर्डर्स बंद कर दिए थे। नॉर्थ कोरिया के बॉर्डर्स 21 जनवरी से बंद हैं और अब तक कड़ी पाबंदियां हैं।

तुवालु

तुवालु ऐसा देश है जहां काफी कम संख्यां में लोग जाते हैं। माना जा र हा है कि यहां की कम जनसंख्या और टूरिस्ट्स का कम आना-जाना ही कोविड न फैलने की वजह है।

नाउरु

नाउरु की जनसंख्या काफी कम है। यह छोटा सा आइलैंड है। WHO की रिपोर्ट के मुताबिक यहां 100 में 68 लोग पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हैं। 2017 में यहां सिर्फ 130 लोग पहुंचे थे जिसके बाद इसे दुनिया का सबसे कम विजिट किया जाने वाला देश माना जाता है।

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