कोवैक्सिन को इस महीने के अंत तक मिल सकती है WHO की मंजूरी – नीति आयोग
कोवैक्सिन के आपातकालीन उपयोग के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन की मंजूरी – (जो इसे अन्य देशों में उपयोग के लिए सुरक्षित घोषित करेगी और इसे लगाने के बाद दूसरे देशों में बिना क्वारटीन के विदेश यात्रा की मंजूरी देगी) इस महीने के अंत तक मिल सकती है.
नेशनल एक्सपर्ट कमेटी ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के चेयरमैन वीके पॉल ने मीडिया से कहा. भारत बायोटेक के वैक्सीन की जुलाई से तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा की जा रही है.
न्यूज एजेंसी एएनआई ने उनके हवाले से कहा है, ‘हम पॉजिटिव डवलपमेंट के बारे में जानते हैं- डेटा शेयरिंग, डेटा इवुलेशन की कई स्तर पर समीक्षा की गई है. हम पता है कि हम फैसले के करीब हैं. हमारा मानना है कि हमारा मानना है कि महीने के अंत से पहले एक सकारात्मक निर्णय आ सकता है.’
नीति आयोग के सदस्य पॉल ने कहा, “हमें विज्ञान के आधार पर अपना निर्णय लेने के लिए डब्ल्यूएचओ को समय देना चाहिए और फिर भी हम आशा करते हैं कि फैसला जल्दी लिया जाएगा. क्योंकि Covaxin वैक्सीन लगवाने वाले लोगों की यात्रा आदि की कुछ अनिवार्यताएं हैं, जिसके लिए डब्ल्यूएचओ की मंजूरी जरूरी है.’
स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने संसद को बताया था कि भारत बायोटेक ने 9 जुलाई को प्री-क्वालिफिकेशन के लिए आवेदन दिया था.
डब्ल्यूएचओ ने अब तक अमेरिका की प्रमुख दवा कंपनियों फाइजर-बायोएनटेक, जॉनसन एंड जॉनसन, मॉडर्ना, चीन की साइनोफार्म और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा निर्मित टीकों को आपात इस्तेमाल की मंजूदी दी है. कोवैक्सीन उन छह टीकों में शामिल है जिन्हें भारत के औषधि नियामक से आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिली है और देशव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम में कोविशील्ड और स्पूतनिक वी के साथ इसका इस्तेमाल किया जा रहा है.