Ayurveda के इन बीजों से दूर हो सकती है इनफर्टिलिटी, हफ्तों में कर लेंगी कंसीव
आजकल इनफर्टिलिटी एक आम समस्या बन गई है। वातावरण, खानपान, स्ट्रेस लेवल इन सभी को इनफर्टिलिटी का जिम्मेदार माना जा सकता है। इनफर्टिलिटी चाहे महिला में हो या पुरुष में, ये किसी भी शादीशुदा जोड़े के लिए मुश्किल भरा हो सकता है।
कई लोगों का मानना है कि इनफर्टिलिटी सिर्फ महिलाओं में पाई जाती है लेकिन ऐसा नहीं है। इनफर्टिलिटी महिलाओं और पुरुषों दोनों में पाई जाती है, जिसकी वजह से गर्भधारण करने में दिक्कतें आ सकती हैं।
इस समस्या को ठीक करने के लिए एलोपैथी में बहुत से ट्रीटमेंट हैं लेकिन बिना किसी ट्रीटमेंट के भी सिर्फ एक आयुर्वेदिक बूटी या उपाय के उपयोग से महिलाओं और पुरुषों दोनों की इनफर्टिलिटी की समस्या को ठीक किया जा सकता है।
इनफर्टिलिटी का आयुर्वेदिक उपाय
हम बात कर रहे हैं कौंच पाक या कौंच के बीज की जो इनफर्टिलिटी को दूर करने में सबसे अच्छा आयुर्वेदिक उपाय माना जाता है।
कौंच पाक आयुर्वेदिक जैम है जिसमें कपिकचछु मेन इनग्रेडिएंट के रूप में होता है। ऐसा माना जाता है कि इससे पुरुषों में स्पर्म काउंट बढ़ सकता है। उनके सीमेन एनालिसिस में जो भी तकलीफ है वह दूर हो सकती है। इसके साथ-साथ कौंच पाक के उपयोग से पुरुषों में पिट्यूटरी ग्लैंड एक्टिव हो जाता है और यह टेस्टोस्टेरॉन की मात्रा को शरीर में बढ़ाता है
जिससे स्पर्म काउंट बढ़ सकते है।
पुरुषों की तरह ही महिलाओं में भी कौंच पाक के उपयोग से इनफर्टिलिटी को ठीक किया जा सकता है।
कौंच के बीज का उपयोग
कौंच के बीज का छिलका निकाल कर उसे भिगोकर सुखाने के बाद उसका पाउडर तैयार करना होता है। पाउडर तैयार होने के बाद रात में सोने से पहले आधा गिलास दूध में एक चम्मच इस पाउडर मिलाकर महिला और पुरुष दोनों को लेना चाहिए।
आप चाहें तो किसी भी अच्छे ऑर्गेनिक ब्रांड या आयुर्वेदिक ब्रांड का रेडीमेड कौंच पाउडर भी उपयोग कर सकते हैं। महिलाओं को पीरियड के बाद लगातार 7 दिन तक तीन माह के लिए कौंच बीज का पाउडर लेना चाहिए। जबकि पुरुषों को कौंच पाउडर का उपयोग लगातार छह हफ्तों तक करना होता है।
रिसर्च क्या कहती है
लखनऊ यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च के अनुसार कौंच पाक को 25 से 40 वर्ष के 75 स्वस्थ पुरुषों और 75 उन पुरुषों को दिया गया जिन्हें स्पर्म काउंट लो होने की तकलीफ थी। इन्हें हर दिन 5 ग्राम कौंच पाक 3 महीने तक लगातार दिया गया। उपयोग के बाद यह देखा गया कि पुरुषों में लो स्पर्म काउंट धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। साथ ही पुरुषों में मेल सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन की मात्रा भी बढ़ने लगी।
ध्यान रखें
प्रेग्नेंट महिला स्तनपान करवाने वाली मां और बच्चों को इसका उपयोग नहीं करना चाहिए। डायबिटीज के मरीज भी इसका सेवन नहीं कर सकते हैं। अगर आपका ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में है तो आप डॉक्टर की सलाह से इसका उपयोग कर सकते हैं।
कौंच पाक या कौंच पाउडर के उपयोग से 2 घंटे पहले और बाद में खट्टी चीजों का सेवन नहीं करना है।