बदलते मौसम में मलेरिया और वायरल बुखार का प्रकोप, जानिए एक्सपर्ट से कैसे बचें

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उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में मलेरिया जैसी भयंकर बीमारी तेजी से पांव पसार रहा है. लोग इसके चपेट में आ रहे हैं. वायरल बुखार से पीड़ित लोग लगातार अस्पताल पहुुंच रहे हैं.

पिछले 15 दिनों की बत की जाए तो मलेरिया से ग्रस्त लोगों के इलाज के लिए जिला अस्पताल में कोई जगह नहीं बची है. इस समस्या से निपटने के लिए हार्ट वार्ड में 10 बेड का एक फीवर वार्ड बनाया जाएगा. जिसमें आने मरीजों की जांच होगी. जिला अस्पताल ने बुखार व मलेरिया से ग्रस्त लोगों की रिपोर्ट जारी करते हुए बताया है कि पिछले 15 दिनों 5000 से अधिक रोगी बुखार से ग्रस्त मिले हैं.

बुखार, उल्टी और जोड़ों में दर्द है तो कराएं जांच

सीनियर फिजिशियन डॉ. बागिश ने लोकल 18 को बताया कि लगातार हो रही बारिश से जलभराव अथवा बढ़ते तापमान के कारण मलेरिया जैसी स्तिथि हो जाती है. जिससे बचने की सलाह देते हुए बताया कि जगह-जगह पानी जमा होने नहीं दें, क्योंकि पानी जमा रहने पर मच्छर पनपते हैं. यदि किसी व्यक्ति को बुखार, उल्टी और जोड़ों में दर्द है तो उसकी जांच कराएं. इसके अलावा उन्होंने बताया कि मरीजों को नॉर्मल मलेरिया होता है तो उसका इलाज घर पर कर सकते हैं. लेकिन, अगर हालात ज्यादा गंभीर हो जाए तो मरीज को तुरंत अस्पताल में भर्ती करा देना चाहिए.

अस्पताल में बनाया गया है फीवर हेल्प डेस्क

जिले में मलेरिया और बुखार से ग्रस्त मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण जिला अस्पताल के ओपीडी सहित निजी अस्पताल में भी मरीज जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं. ऐसे में अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड फुल हो गया है. जिसके कारण हार्ट वर्ड में 10 बेड का फीवर वार्ड बनाया गया. वहीं जिला अस्पताल में अब तक 5000 से अधिक रोगी बुखार और मलेरिया से ग्रस्त मिले हैं. इसके लिए अस्पताल में फीवर हेल्प डेस्क भी बनाया गया है. जहां मरीजों की स्क्रीनिंग की जा रही है.

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