क्या है चीन का हाइब्रिड वारफेयर, जिससे PM मोदी ने दिवाली पर किया सैनिकों को सतर्क

0 96

दिवाली के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी जब जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में सेना के 80 ब्रिगेड के हेडक्वॉर्टर पर पहुंचे तो उन्होंने सैनिकों से मुलाकात में चीन की ओर से पैदा नए तरह के खतरे को लेकर भी आगाह किया। यह खतरा थल, जल या नभ में नहीं बल्कि हाइब्रिड वारफेयर की चीन की रणनीति का है।

उन्होंने कहा कि हमें बदले हुए हालातों में युद्ध के नए तरीके को समझना होगा और उसके मुताबिक ही अपनी तैयारी करनी होगी। पीएम नरेंद्र मोदी का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पेंटागन की एक रिपोर्ट में भी चीन की ओर से एलएसी की 1957 किलोमीटर सीमा पर ऑप्टिकल फाइबर बिछाने की पुष्टि की गई है।

भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पहले ही अपनी रिपोर्ट में यह बात कही थी, जिसकी पुष्टि अमेरिका की ओर से की गई है। ऑप्टिकल फाइबर की मदद से चीन को सीमा पर जल्दी से हथियारों और सैनिकों की तैनाती में मदद मिलेगी और उसके लिए निर्णय लेना आसान हो सकेगा। 2009 की एक चीनी रिपोर्ट ‘लेक्चर्स ऑन जॉइंट कैंपेन इंन्फॉर्मेशन ऑपरेशंस’ का अनुवाद अमेरिकी वायुसेना के चाइना एयरोस्पेस स्टडीज की ओर से किया गया है। इसमें यह बताया गया है कि चीन कैसे अमेरिका के साथ भविष्य में नॉन-काइनेटिक यानी गैर-परंपरागत युद्ध की ओर आगे बढ़ सकता है।

चीन की इस 438 पन्नों की रिपोर्ट में अमेरिकी युद्धों का भी विश्लेषण किया गया है। इसके मुताबिक 1993 के खाड़ी युद्ध के दौरान दुश्मन के टारगेट की खोज करने से लेकर हमले तक के बीच में 100 मिनट का वक्त लगता था। यह समय 2003 के इराक युद्ध के दौरान घटकर 10 मिनट का ही रह गया। चीन की रणनीति यह है कि फॉरवर्ड इलाकों को फाइबर ऑप्टिकल के जरिए मुख्य शहरों से जोड़ा जा सके। इससे सूचना आसानी से मिल सकेगी और वह जल्दी फैसले ले सकेगा। इसी के तहत चीन ने लद्दाख में ऑप्टिकल फाइबर बिछाने पर फोकस किया है।

जमीन पर युद्ध में होगा सूचना वारफेयर का रोल

चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने लद्दाख के पास एलएसी सीमा पर रूसी एयर डिफेंस सिस्टम S-400 की तैनाती कर रखी है। इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश के पास निंगची में उसने गार गुन्सा में एक एयरबेस के पास भी उसने ऐसे ही सिस्टम की तैनाती कर रखी है। इसका सीधा अर्थ यह है कि यदि सीमा पर किसी भी तरह से माहौल बिगड़ता है तो वह तत्काल रेस्पॉन्स दे सकेगा। नौशेरा में पीएम नरेंद्र मोदी ने सैनिकों, उनके डिविजन और ब्रिगेड कमांडर्स को बताया कि भविष्य में युद्ध दूसरे विश्व युद्ध से अलग मोड पर होंगे। हाइब्रिड वारफेयर से अर्थ यह है कि भविष्य में जमीन पर जो भी युद्ध लड़े जाएंगे, उसमें सूचना भी एक बड़ा फैक्टर होगी।

आखिर क्या है चीन की रणनीति

चीनी रिपोर्ट के मुताबिक इन्फॉर्मेशन वारफेयर के तहत वह इलेक्ट्रॉनिक अटैक लॉन्च करेगा। इसके अलावा कम्प्यूटर नेटवर्क वारफेयर भी उसके टारगेट में है। इसके तहत इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग, काउंटर रेडिएशन वेपन अटैक और स्पेशल इन्फॉर्मेशन वारफेयर वेपन अटैक भी रणनीति का हिस्सा है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.