चैत्र नवरात्रि में माता की सवारी दे रही क्या संकेत? जानें क्या होगा देश-दुनिया पर असर
सनातन धर्म नवरात्रि का पर्व बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है. साल में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है जिसमें एक चैत्र नवरात्रि, दूसरा शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि शामिल हैं.
चैत्र नवरात्रि का पर्व बहुत शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है. यह 9 दिनों तक चलता है, जब भक्त कठिन उपवास रखते हैं और मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की विधिवत आराधना करते हैं. चैत्र नवरात्रि हिंदुओं के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है. इसका समापन राम नवमी के दिन होता है. नवरात्रि शुरू होने से पहले अक्सर लोग के मन में एक सवाल उठता है कि आखिर नवरात्रि में माता रानी की सवारी क्या होगी और उस सवारी का क्या प्रभाव पड़ेगा. तो चलिए इस रिपोर्ट में जानते हैं
दरअसल, अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 मार्च को शाम 4:27 पर होगी. वहीं, इस तिथि का समापन 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार इस साल चैत्र नवरात्रि 30 मार्च से शुरू होगी और इसका समापन 07 अप्रैल, को होगा
हाथी पर होगा मां दुर्गा का आगमन
पंडित कल्कि राम बताते हैं कि इस बार चैत्र नवरात्रि का आरंभ रविवार से हो रहा है यानी कि इस साल मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर धरती पर आएंगी. मां दुर्गा का हाथी पर सवार होकर आना बहुत ही शुभ संकेत माना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि ऐसा होने लोगों के धन में वृद्धि होती है और देश की अर्थ व्यवसथा में सुधार होता है. मां दुर्गा हाथी से आएंगी और सोमवार 7 अप्रैल को समापन होने पर हाथी से ही प्रस्थान करेंगी.