सितंबर माह में बदल रही किन ग्रहों की चाल, होंगे ये खास बदलाव

कौन से ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे..

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सितंबर के माह में 5 ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे। ग्रहों के इस राशि परिवर्तन का आम जनजीवन पर भी असर देखने को मिलेगा।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है तो उस ग्रह से संबंधित चीजों में भी सकारात्मक और नकारात्मक परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। इसके अलावा ग्रहों के इस परिवर्तन से सभी राशियों के लोगों पर भी प्रभाव दिखेगा। हम आपको बताने जा रहे हैं कि सितंबर में कौन-कौन से ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे और किस राशि में जाएंगे और इसका क्या प्रभाव होगा।

शुक्र का तुला राशि में गोचर

सितंबर के पहले सप्ताह में शुक्र ग्रह 5 सितंबर को अपनी स्वराशि तुला में गोचर करेंगे। तुला राशि में शुक्र के इस गोचर से सौंदर्य औ रचनात्मक कार्यों में लोगों की दिलचस्पी बढ़ सकती है। प्रेम में पड़े लोगों के लिए भी शुक्र का गोचर फलदाई साबित हो सकता है,।

मंगल का कन्या राशि में गोचर…

महीने की शुरुआत में 6 सितंबर को मंगल ग्रह सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में गोचर करेंगे। पृथ्वी तत्व की राशि कन्या में अग्नि तत्व ग्रह मंगल का गोचर सामान्य फलदायी रहेगा। इस दौरान कई लोगों को अपने गुस्से पर काबू पाने में सफलता मिल सकती है। अग्नि तत्व राशि सिंह से निकलकर कन्या राशि में मंगल का प्रवेश वातावरण भी कुछ शीतलता ला सकता है।
गुरु का मकर राशि में वक्री

14 सितंबर को कुंभ राशि में चल रहे गुरु वक्री गति से शनि की ही राशि मकर में संचार करेंगे। गुरु मकर राशि में आने से एक बार फिर से जनता में कष्ट का संचार बढ़ेगा, कोरोना फिर से अपना भयावह रूप दिखा सकता है क्योंकि इससे पहले भी शनि और गुरु का संयोग जनता के लिए कष्टकारी रहा है। राजनीति और सामाजिक जीवन पर भी इसका प्रतिकूल असर दिखेगा।

सूर्य का कन्या राशि में गोचर..

सितंबर माह के मध्य में 16 तारीख को सूर्य ग्रह अपनी स्वराशि सिंह से निकलकर कन्या राशि में गोचर करेंगे और यहां मंगल के साथ युति बनाएंगे। इन दोनों ग्रहों की युति के कारण अचानक से वातावरण में गर्मी बढ़ सकती है और वर्षा की कमी भी देखी जा सकती है। भारत के दक्षिणी राज्यों में इस दौरान उमस के कारण आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

बुध का तुला राशि में गोचर…

22 सितंबर 2021 को बुध ग्रह तुला राशि में गोचर करेंगे और 27 सितंबर से तुला राशि में ही वक्री गति शुरू करेंगे। बुध वक्री गति करने के कारण कारोबार और शिक्षा क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान बुध की स्वामित्व वाली मिथुन और कन्या राशि के लोगों को अपनी वाणी पर भी नियंत्रण रखना चाहिए नहीं तो सामाजिक स्तर पर मानहानि हो सकती है।

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