शनि अमावस्या पर सूर्य ग्रहण का संयोग, दान समेत ये कार्य करने से होगा लाभ

शनि अमावस्या और ग्रहण के दौरान निम्नलिखित चीजों का दान करने से दोनों ग्रह प्रसन्न रहेंगे, डॉ पारुल चौधरी के अनुसार इन चीजों का दान करें

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साल 2021 का अंतिम सूर्य ग्रहण शनिवार 4 दिसंबर को लगेगा। इस दिन शनि अमावस्या भी है। एक ही दिन दोनों का होना अद्भुत संयोग है। वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र तथा जेष्ठा नक्षत्र इससे सबसे अधिक प्रभावित होगा।

आचार्य माधवानंद कहते हैं कि देश के किसी भी हिस्से से सूर्य ग्रहण नहीं दिखने के कारण इसका कोई कुप्रभाव देश में नहीं पड़ने वाला है। सूतक भी नहीं माना जाएगा। मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या में लगने वाले सूर्य ग्रहण का काफी महत्व होता है। सूतक न होने के चलते मंदिर खुले रहेंगे। घर व मंदिरों में पूजा पाठ चलते रहेंगें

शनि के साढ़ेसाती वालों को भी इस दिन कुछ खास उपाय करने से लाभ मिलता है।

1. हनुमान चालीसा का पाठ करें- मान्यता है कि शनैश्चरी अमावस्या के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना बहुत                लाभकारी होता है। ऐसा करने से आर्थिक, शारीरिक और मानसिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है।

2- इस दिन सरसों के तेल में अपनी परछाई देखकर दान करना चाहिए।

3- काले घोड़े की नाल अपने घर के दरवाजे पर लगाना भी शनि के साढ़ेसाती में लाभ दिलाता है।

4- इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि इस दिन कुत्ते को रोटी खिलानी चाहिए।

5- शाम को पश्चिम की ओर बत्ती कर तेल का दीपक जलाएं. ‘ॐ शं शनैश्चराय नम:’ मंत्र पढ़ते हुए परिक्रमा करें।

6- शनैश्चरी अमावस्या के दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करना विशेष फलदायी माना जाता है। पीपल पर जल चढ़ाएं।  मान्यता है कि पीपल के पेड़ में कई देवी-देवता और पितरों का वास होता है। अमावस्या के दिन पीपल की पूजा करके    आप उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं। पीपल की परिक्रमा करना भी शुभ माना जाता है।

7- शनिदेव की पीड़ा को शांत करने के लिए शनिवार के दिन पीपल का वृक्ष लगाने का विधान है। इस दिन पीपल का वृक्ष   लगाने से शनि ग्रह के प्रभावों से शांति मिलती है।

शनि जिन राशियो में कारक होते है उन लोगो को साढे साती में बड़े स्तर पर लाभ भी प्रदान करते है।

प्रायः वृष, तुला, मकर, कुम्भ राशि वालों के लिए इनकी साढेसाती शुभ फलदायक होती है। वह भी व्यक्ति के कर्म के आधार पर ही शुभ या अशुभ फल कम या अधिक मात्रा में प्राप्त होता है। इस प्रकार कर्म फल प्रदायक शनि देव अच्छे कर्म करने वाले को पुरस्कृत एवं गलत कार्य करने वाले को दण्डित करने से भी नही चूकते हैं। “डॉ पारुल चौधरी के” के अनुसार
इन चीजों का दान करें

शनि अमावस्या और ग्रहण के दौरान निम्नलिखित चीजों का दान करने से दोनों ग्रह प्रसन्न रहेंगे। इन दान में धन वृद्धि के लिए अनाज, शत्रुओं के अंत के लिए काले तिल, विपत्ति से सुरक्षा के लिए छाता, पूर्वजों से मुक्ति के लिए उड़द की दाल, शनि के प्रभाव से मुक्ति के लिए सरसों का तेल दान करना चाहिए।

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