श्रद्धा मर्डर केस: आफताब का नार्को टेस्ट हुआ फेल तो ब्रेन मैपिंग के लिए कोर्ट जा सकती है पुलिस

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दिल दहलाने वाले श्रद्धा वालकर हत्याकांड से संबंधित रोज नई जानकारी सामने आ रही है. इस बीच, दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कहा कि अगर आफताब पूनावाला के पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट के परिणाम से कोई नतीजा नहीं निकलता है, तो वे आरोपी का ब्रेन मैपिंग करा सकते हैं.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एक पुलिस सूत्र ने कहा कि उनकी टीम पूनावाला की ब्रेन मैपिंग करने के लिए अदालत का रुख कर सकती है. रोहिणी में फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) के अधिकारियों द्वारा नार्को टेस्ट के कुछ सत्र आयोजित किए जाने के एक दिन बाद यह बात सामने आई है. हालांकि, एक दिसंबर को भी टेस्ट से जुड़े कुछ सेशन होने हैं.

क्या है ब्रेन मैपिंग और कैसे काम करता है

ब्रेन मैपिंग के जरिए अपराधी या फिर संदिग्ध के दिमाग को पढ़ने की कोशिश की जाती है. अपराधी के सिर पर एक खास किस्म की मशीन लगाई जाती है और फिर टेस्ट के समय उसके दिमाग की स्टडी होती है. उसके दिमाग में चल रहे तरंगों को पढ़ा जाता है. अगर शख्स ने कोई अपराध किया है, तो टेस्ट के दौरान उसके दिमाग की तरंगों को मशीन में लगे सेंसर आसानी से पकड़ लेंगे. ब्रेन मैपिंग के साथ अच्छी बात यह है कि इसमें किसी भी तरह के रासायनिक पदार्थों का इस्तेमाल नहीं होता है.

पॉलीग्राफ टेस्ट में आफताब ने कोई पछतावा नहीं दिखाया

आरोपी आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट हो चुका है. पुलिस के अनुसार, पॉलीग्राफ टेस्ट के पांच सत्रों के दौरान, आरोपी ने अपना अपराध स्वीकार करते हुए कोई पछतावा नहीं दिखाया. परीक्षण के दौरान, आरोपी ने यह भी स्वीकार किया कि उसने श्रद्धा के शरीर के अंगों को काटकर जंगल में फेंक दिया था, हालांकि, पुलिस का कहना है कि शरीर को काटने के लिए इस्तेमाल किए गए हथियारों और शरीर के अंगों को ठिकाने लगाने के तय स्थानों के संबंध में कई विसंगतियां हैं.

पुलिस ने बताया कि आफताब ने कई महिलाओं के साथ डेटिंग की भी पुष्टि की है. पुलिस के मुताबिक, आफताब ने पॉलीग्राफ सेशन के दौरान सामान्य व्यवहार किया और पुलिस को बताया कि उसने उन्हें पहले ही बता दिया है कि उसने श्रद्धा को कैसे मारा. प्रयोगशाला के बाहर हथियार से लैस लोगों द्वारा हमला किए जाने के एक दिन बाद, आफताब को पॉलीग्राफ परीक्षण के लिए मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) दिल्ली कार्यालय लाया गया था.

गौरतलब है कि आफताब पूनावाला ने दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित मकान में लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की 18 मई को कथित रूप से गला दबा कर हत्या कर दी थी और उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काटने के बाद 300 लीटर के फ्रिज में करीब तीन सप्ताह तक रखा, और फिर उन टुकड़ों को कई दिनों तक शहर के अलग-अलग हिस्सों में फेंका. पुलिस ने पूनावाला को 12 नवंबर को गिरफ्तार किया.

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