तिरुप​ति लड्डू विवाद का पूरे देश में असर, मंदिरों में प्रसाद चढ़ाने पर बैन, कई के सैम्पल जांच के लिए भेजे गए लैब

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आंध्र प्रदेश के तिरुप​ति बालाजी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए तैयार किए जाने वाले ‘प्रसादम’ लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलाए जाने को लेकर उठे विवाद के बीच देशभर के कई मंदिरों में चढ़ाए जाने वाले प्रसादों पर या तो रोक लगा दी गई है, या फिर उसके सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है.

लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा बाहर से लाकर प्रसाद चढ़ाने पर रोक लगा दी गई है. मंदिर प्रशासन ने भक्तों से आग्रह किया है कि वे घर के बने हुए प्रसाद या सूखे मेवे का ही भोग लगाए.

तिरुपति मंदिर में भोग प्रसाद में महामिलावट के खुलासे के बाद राजस्थान सरकार के खाद्य सुरक्षा की टीम पहुंची जयपुर के मोती डूंगरी मंदिर पहुंची. अतिरिक्त खाद्य सुरक्षा आयुक्त पंकज ओझा की अगुवाई में टीम ने भोग प्रसाद बनाने वाली रसोई और शुद्धता के पैमानों की जांच की. घी और पानी को अच्छी तरह से चेक किया. निरीक्षण के बाद इस मंदिर के भोग प्रसाद को सभी पैमाने पर शुद्ध और सुरक्षित बताया गया.

मथुरा-वृन्दावन में कई दुकानों से लिए गए सैम्पल

तिरुपति की घटना के बाद मथुरा में भी खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (एफएसडीए) सक्रिय हो गया और पिछले 48 घंटों में अलग-अलग जगहों पर से प्रसाद के रूप में बिक रहे पदार्थों के कुल 13 सैम्पल जमा कर लैब भेजे गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि, वृन्दावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर एवं गोवर्धन के दानघाटी मंदिर के बाहर स्थित दुकानों पर से ये सैम्पल लिए गए हैं.

जांच के लिए लैब भेजे गए सैम्पल

एफएसडीए के अस्सिटेंट कमिश्नर धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि प्रसाद में मिलावट का मामला सामने आने के बाद टीम ने ठाकुर बांके बिहारी मंदिर, श्रीकृष्ण जन्मभूमि और गोवर्द्धन मंदिर के बाहर प्रसाद की दुकानों से सैम्पल लिए और उन्हें जांच के लिए लैब भेजा. उन्होंने बताया कि लैब की रिपोर्ट आने के बाद साफ हो पाएगा कि यहां बेचे जा रहे प्रसाद के रूप में भोग लगाए जाने वाले पदार्थों में किसी प्रकार की कोई मिलावट है या नहीं.

सैंपल जांच में गड़बड़ी मिली, तो होगी कार्रवाई

सिंह ने बताया कि पूरे जिले में बड़े पैमाने पर प्रसाद की जांच के लिए अभियान चलाया जाएगा. हर क्षेत्र में अलग-अलग टीमें जाकर नमूने लेकर कार्रवाई करेंगी. जहां भी प्रसाद की बिक्री खुले रूप में करते पाया जाएगा, वहां नमूने भरने का अभियान विशेष रूप से चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि पिछले दो दिन में टीम ने लगभग 13 स्थानों से सैम्पल जमा किए थे. उन सैम्पल को भी लैब भेजा गया है. सैम्पल की जांच रिपोर्ट अभी प्राप्त नहीं हुई है. रिपोर्ट के अनुसार जिसके भी सैंपल जांच में अनुपयुक्त पाए जाएंगे, उनके खिलाफ विधि अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

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