‘आयुष्‍मान कार्ड’ वालों को बड़े सौगात की तैयारी, 10 लाख तक का मुफ्त इलाज करा सकेंगे, 70 साल वाले भी…

0 23

‘आयुष्‍मान कार्ड’ वालों के ल‍िए बहुत बड़ी खबर. अगर आपके पास ये कार्ड है, तो आपके घर में कोई भी बीमार होगा, आप 10 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में करा सकेंगे.

सिर्फ आपको यह कार्ड दिखाना होगा. सरकार आयुष्‍मान भारत कार्ड पर कवरेज की राश‍ि को 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख करने पर गंभीरता से विचार कर रही है. अगर इस पर मुहर लगी, तो तकरीबन 12 करोड़ पर‍िवारों को इस योजना का सीधा लाभ मिलेगा. इतना ही नहीं, 70 साल से ज्‍यादा उम्र वाले लोगों को भी इस दायरे में लाने की सरकार तैयारी कर रही है.

केंद्र सरकार के आध‍िकार‍िक सूत्रों के मुताबिक, सरकार अपनी महात्‍वाकांक्षी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के लाभार्थियों की संख्‍या अगले तीन साल में दोगुना करने पर विचार कर रही है. अगर ऐसा हुआ तो देश की दो-तिहाई से अधिक आबादी को इस योजना का लाभ मिलने लगे. शुरू में 70 साल से ज्‍यादा उम्र वाले सभी लोगों को इसके दायरे में लाया जाएगा. बजट सत्र में इसमें से कुछ घोषणाओं का ऐलान क‍िया जा सकता है.

हर साल 12,076 करोड़ रुपये का अत‍िर‍िक्‍त खर्च

सरकार अगर ये ऐलान करती है, तो खजाने पर हर साल 12,076 करोड़ रुपये का अत‍िर‍िक्‍त खर्च आएगा. अंतरिम बजट 2024 में सरकार ने योजना का आवंटन बढ़ाकर 7,200 करोड़ रुपये कर दिया था. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 27 जून को संसद में अभिभाषण के दौरान कहा था कि 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बुजुर्गों को भी अब आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर किया जाएगा और मुफ्त इलाज का लाभ मिलेगा. सरकारी सूत्रों ने कहा क‍ि 70 वर्ष से अधिक उम्र वालों को अगर इसका लाभ मिला तो संख्‍या अपने आप चार से पांच करोड़ बढ़ जाएगी.

गरीब पर‍िवारों को बड़ी राहत

आयुष्‍मान भारत कार्ड से गरीब पर‍िवारों को बड़ी राहत मिली है. घर के क‍िसी शख्‍स के बीमार होने पर 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है. उन्‍हें एक रुपये भी देना नहीं पड़ता. यहां तक क‍ि कैंसर जैसी बीमार‍ियों से भी लोग अपने पर‍िवार को बचा लेते हैं. योजना की कामयाबी को देखते हुए नीति‍ आयोग ने इसके विस्‍तार का सुझाव द‍िया था. कहा था क‍ि लगभग 30 फीसदी आबादी के पास क‍िसी तरह का स्‍वास्‍थ्‍य बीमा नहीं है, उन्‍हें इसका लाभ दिया मिलना चाह‍िए.

Leave A Reply

Your email address will not be published.